''सैया भय कोतवाल तो डर काहे का'' यह कहावत खूब चर्चित है। इसका सहारा लेकर लोग अधिकारो के दुरूपयोग की बातें करते हैं। आधुनिक युग में यह कहावत सच साबित हो रही है। अब देखिए ना दतिया के कलेक्टर जीपी कबीरपंथी के दो साहबजादो ने राजधानी में अपने दोस्तों पर जानलेवा फायरिंग का कारनामा किया। भोपाल के पुलिस, कलेक्टर के बच्चे होने के कारण मामले को दबाती रही, लेकिन जब ज्यादा हल्ला मचा, तो फिर भोपाल की टी0टी0नगर पुलिस को मामला दर्ज करना पड़ा, लेकिन हद तो तब हो गई, जब कलेक्टर के साहबजादों ने अपने पिता के जिले दतिया जाकर कलेक्टरी का रूतबा दिखाकर फरियादी के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करा दिया। कितना आश्चर्य का विषय है कि हवाई फायरिंग भोपाल में हुई और विरोधियों पर मुकदमा दतिया जिले में दर्ज किया गया। इसको लेकर प्रशासन के कामकाज की पोल खुल गई है। अब डीजीपी नंदन दुबे ने सारे मामले की रिपोर्ट भोपाल बुलाई है।
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