सोमवार, 28 जनवरी 2013

बार-बार मप्र से क्‍यों लड़किया बेचने के मामले सामने आ रहे

        यह समझ से परे है कि मप्र में बार-बार लड़कियां बेचे जाने के मामले सामने आ रहे हैं भले ही पुलिस ऐसे गिरोह को दबोच रही है, लेकिन फिर भी यह चौंकाने वाले मामले सामने आने पर स्‍वाभाविक रूप से यह सवाल उठता है कि जिस राज्‍य में लड़कियों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है, वहां पर लड़कियों को बेचने के मामले सामने आना न सिर्फ शर्मनाक है, बल्कि कहीं न कहीं यह भी साबित होता है कि कोई बड़ा गिरोह प्रदेश में सक्रिय हैं, जो कि भोली-भाली युवतियों को फांसकर अपने चंगुल में फंसाने के लिए सक्रिय है। मप्र के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि पूरे देश में मामा की बन चुकी है और उन्‍होंने दिल्‍ली गैंगरेप के बाद लड़कियों की सुरक्षा को लेकर कई नये नियम कानून लागू किये हैं, पुलिस को सजग किया है, उनका बेटी बचाओ अभियान तो वर्षो से चल रहा है। इसके बाद भी 27 जनवरी, 2013 को मुंबई की कॉर्ल को बेचने का मामला सामने आया है। भला हो पुलिस का कि वह समय पर पहुंच गई और उसने पूरे गिरोह को धर-दबोचा। यह गिरोह लड़की बेचने का काम करता था। नाबालिग लड़की का ढाई लाख रूपये में बेचने का सौदा हुआ था, लेकिन पुलिस ने सारे मामले का भंड्डा-फोडकर एक सराहनीय काम किया है। इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में जिस्‍म फरोशी में लिप्‍त लोगों के खिलाफ प्रिवेंसन ऑफ चिल्‍ड्रन ऑफ सेक्‍सुअल अफेंस की धारा-5 और 6 के तहत मामला दर्ज किया है। प्रदेश में पहली बार इस कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है, जबकि देश में यह दूसरा मामला है। इसके पूर्व दिल्‍ली में भी इसी कानून के तहत एक मामला दर्ज किया जा चुका है। भोपाल साउथ के एसपी अंशुमान सिंह का कहना है कि इस रैकेट को पकड़ने से साफ जाहिर हो गया है कि वे एक नाबालिग को बेचने की योजना बना रहे थे और अपने कारोबार में कामयाब नहीं हो पाये। दूसरी ओर पुलिस ने भोपाल में इंटरनेट से चल रहे सेक्‍स रैकेट का भी पर्दाफाश किया है। यह रैकेट इंटरनेट के जरिये चलाया जा रहा था। मप्र में आदिवासी बाहुल्‍य जिलों की युवतियों को बेचने के मामले समय-समय पर सामने आते रहे हैं। इसके अलावा शहरों और महानगरों में भी ऐसी घटनाएं उजागर होने से साफ जाहिर है कि युवतियों को बेचने का कोई गिरोह मप्र में कहीं न कहीं से संचालित हो रहा है जिस पर पुलिस को अभी से नजर गड़ानी होगी तभी कामयाबी मिल पायेगी और प्रदेश की लड़कियां सुरक्षित रहकर नये आसमान पर अपना आशियाना बनायेगी।
                                       ''मप्र की जय हो''

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