बुधवार, 6 जून 2012

धार्मिक कट्टरता ने फैलाये मप्र में पैर

      जब तब राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ की गतिविधियों को लेकर कांग्रेस धार्मिक कट्टरता का आरोप लगाने में देरी नहीं करती है, क्‍योंकि पिछले आठ सालों में मप्र में धार्मिक कट्टरता बढ़ी है जिसके चलते कदम-कदम पर प्रमाण भी सामने आये हैं। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह लंबे समय से आशंका जाहिर कर रहे हैं कि भाजपा सरकार के संरक्षण के चलते राज्‍य में धार्मिक कट्टरता का जाल फैलता जा रहा है। वह तो हिन्‍दू और मुस्लिम दोनों प्रकार की कट्टरता की ओर संकेत करते रहे हैं। यूं भी भाजपा सरकार में मुस्लिम कट्टरता फैलाने का काम कर रहे सिमी संगठन का जाल ध्‍वस्‍त किया है, जबकि संघ के नाम पर कुछ संगठन समय-समय पर धार्मिक कट्टरता फैलाने में देरी नहीं करते हैं। अब तो देश के गृहमंत्री पी0चिदंबरम ने भी 05 जून को भोपाल में ही कह दिया कि मप्र में धार्मिक कट्टरतावाद बढ़ रहा है। इसी वजह से आतंकी घटनाएं भी हो रही हैं। उनका मानना है कि देश की ज्‍यादातर दक्षिण पंथी कट्टरता से जुड़ी आतंकी घटनाओं के तार मप्र से जुड़े हैं। खासतौर से मालवा के आसपास इंदौर में इन घटनाओं के सबूत मिले हैं। इनमें कुछ लोग पकड़े भी गये हैं और कुछ लोग अभी भी खुले घूम रहे हैं। उनका कहना है कि उन्‍हें ऐसे संगठनों के नाम मालूम है, लेकिन वह उनका नाम नहीं लेना चा‍हते हैं। यह सच है कि इंदौर के साथ-साथ उज्‍जैन, रतलाम, मंदसौर के जिलों में धार्मिक कट्टरता के अवशेष ज्‍यादा फैलते जा रहे हैं, जो कि चिंता का विषय है। इस दिशा में राज्‍य सरकार को पहल करना चाहिए, क्‍योंकि किसी भी प्रकार की कट्टरता विकास में हमेशा बाधक रही है। आज प्रदेश के कई शहर विकास की दौड़ में तेजी से भाग रहे हैं उस स्थिति में धार्मिक कट्टरता पर विराम लगा सकती है।

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