यूं तो पर्यटकों के लिए मध्यप्रदेश स्वर्ग है। यहां पर प्राकृतिक और पुरातात्विक पर्यटक स्थलों की भरमार है। प्रकृति से निकटता तो जग जाहिर है, क्योंकि घने जंगल और सुरम्य सौंदर्यता का अहसास तो कदम- कदम पर होता है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं अब मप्र ईको-टूरिज्म बोर्ड ने प्रकृति से पर्यटकों को निकट का अहसास कराने के लिए एक नई योजना बनाई है जिसके तहत हवा से रोमांच का आनंद पर्यटक ले लेंगे। इस कार्य में अभी एक साल लग जायेगा। साऊथ एशिया की तर्ज पर मप्र की राजधानी भोपाल में ट्-विन जिप लाइन के जरिए पर्यटक प्रकृति से रूबरू हो सकेंगे। ईको बोर्ड ने इस कार्य के लिए फ्लाईंग फॉक्स कंपनी को यह काम सौंपा है। अभी तक साऊथ एशिया में लंबी ट्-विन जिप लाइन बिछी है जिसके तहत पर्यटक हवा में झूल सकते हैं।
इसके साथ ही राजस्थान के निमराना जोधपुर में एवं चंडीगढ़ में इसका आनंद लिया जा सकता है अब यह कार्य भोपाल में केरवा स्थित झील के एक सिरे से दूसरे सिरे तक जिप लाइन बिछाने की योजना है ताकि पर्यटक हवा में लहराते हुए प्रकृति के नजारों को देख सकेंगे, बल्कि झील का भी लुप्त उठायेंगे। निश्चित रूप से यह एक अदभुत और आकर्षित कार्य ईको बोर्ड कर रहा है जिसके लिए वह बधाई का पात्र है। इससे पर्यटक काफी तादाद में जुडेंगे।
इसके साथ ही राजस्थान के निमराना जोधपुर में एवं चंडीगढ़ में इसका आनंद लिया जा सकता है अब यह कार्य भोपाल में केरवा स्थित झील के एक सिरे से दूसरे सिरे तक जिप लाइन बिछाने की योजना है ताकि पर्यटक हवा में लहराते हुए प्रकृति के नजारों को देख सकेंगे, बल्कि झील का भी लुप्त उठायेंगे। निश्चित रूप से यह एक अदभुत और आकर्षित कार्य ईको बोर्ड कर रहा है जिसके लिए वह बधाई का पात्र है। इससे पर्यटक काफी तादाद में जुडेंगे।
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