वाकई में मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने तीर्थ दर्शन यात्रा जो शुरू की है, उससे राज्य के कई बुजुर्गों के सपने यात्रा करने के पूरे कर दिये हैं, जो जोश और उमंग बुजुर्ग चेहरों पर 03 सितंबर, 2012 को भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर नजर आई है वह अपने आपमें स्मरणीय है। यात्रा पर जा रहे बुजुर्गों के चेहरों की रौनक यह बता रही थी कि उनका अंतिम सपना सरकार की बैशाखियों के सहारे पूरा हो रहा है।
आज भी आप भारतीय जन सामान्य का एक ही सपना होता है कि जीवन के किसी भी पड़ाव में तीर्थ यात्रा कर भगवान का प्रसाद ग्रहण किया जाये। इस सपने को मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरा करने का वीणा उठाया है। उन्होंने तीथ दर्शन योजना शुरू की है। इस योजना के तहत पहले चरण में यात्रियों का जत्था रामेश्वर रवाना हो गया है। यात्रा को रवाना करने के दौरान भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुख्यमंत्री चौहान, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा और धर्मश्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा मौजूद थे। यात्रा रवाना होने से पहले स्टेशन के इर्द-गिर्द जो जनसमूह उमड़ा था वह यह दर्शा रहा था कि उनके परिवार का एक सदस्य तीर्थ यात्रा पर जा रहा है जिसको विदा करने कोई न कोई उनसे जुड़ा व्यक्ति मौजूद था।
वहां हर चेहरे पर खुशी और उमंग साफ झलक रही थी। मप्र के इतिहास में पहली बार ऐसी तीथ दर्शन यात्रा शुरू हुई है, जो कि निश्चित रूप से भाजपा सरकार के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इस यात्रा में 1200 लोग रवाना हुए हैं, जिसमें 984 बुजुर्ग, 16 अटेंडेंट और करीब 150 सरकारी कर्मचारी शामिल है। इन तीथ यात्रियों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सपत्नी रामेश्वर दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इसके बाद 13 सितंबर को अजमेर सरीफ की यात्रा रवाना होगी। मुख्यमंत्री ने एलान किया है कि अगले वर्ष मार्च 2013 तक 60 हजार बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराई जायेगी। बुजुर्गों के लिए वरिष्ठजन आयोग भी गठित किया जायेगा। इस यात्रा की भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी कार्यक्रम के दौरान खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जब भी शासन करने का मौका मिले, तो राम राज्य की तरह आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए। खुद ईमानदार रहे, शासन को ईमानदार बनाये और हमेशा यह विचार करते रहे कि जनता के कल्याण के लिए क्या नये प्रयास किये जा सकते हैं। मप्र सरकार की लाडली लक्ष्मी योजना और तीर्थ दर्शन योजना इसके बेहतरीन उदाहरण हैं। इससे साफ जाहिर है कि इस यात्रा में कई परिवारों की मुराद पूरी की है। वह इस कदर खुश है कि यह मानकर चल रहे हैं कि सरकार ने उनकी मनंत पूरी कर दी है। अन्यथा आर्थिक तंगी के चलते वह यात्रा करने के लिए सक्षम नहीं थे। वही दूसरी ओर धर्मस्व और संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को विश्व है कि यह यात्रा राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी। निश्चित रूप से यात्रा ने कई बुजुर्गों के सपनों को साकार करने की पहल की है।
बहादुर नारी शक्ति का सम्मान :
पिछले दिनों दो युवतियों ने जिस तरह से बदमाशों से सामना किया और उन्हें भागने को विवश कर दिया उससे मप्र की पुलिस बेहद गद-गद है। अब पुलिस ऐसी अदम्य साहस और बहादुरी के लिए श्रीमती सीमा सिंह और कु0 तनवी शर्मा को सम्मानित करने जा रही है। इन दोनों को 25-25 हजार रूपये नगद इनाम दिया जायेगा। तनवी शर्मा ने स्टेशन पर अपनी मां का पर्स छीन रहे बदमाश का पीछा किया और उसे लोगों के सहयोग से पकड़ ही लिया, जबकि श्रीमती सीमा सिंह ने आधी रात को अपने घर में घुस आये बदमाशों को न सिर्फ खदेड़ दिया, बल्कि उन्हें भगाने में भी कामयाबी मिली। निश्चित रूप से यह बहादुरी के लिए नारी शक्ति को बार-बार सलाम।
प्रज्ञा भारती क्या करें :
संघ प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड मामले में जेल और अदालत के बीच बार-बार घूम रही प्रज्ञा भारती को विश्वास है कि उन्हें जमानत मिल जायेगी, लेकिन उनकी सुनवाई टल रही है। प्रज्ञा भारती संघ परिवार की सक्रिय सदस्य रही हैं, लेकिन वह कई मामलों में ऐसी उलझी हुई कि उन्हें जेल से राहत नहीं मिल पा रही है।
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