शुक्रवार, 26 अक्तूबर 2012

विभाजन का दर्द आज भी पीड़ा दे रहा है

मध्‍यप्रदेश व विभाजन का दर्द : स्‍थापना दिवस में 05 दिन शेष
         किसी ने विश्‍वास नहीं किया था कि मध्‍यप्रदेश का विभाजन भी हो जायेगा, लेकिन राजनेताओं की हंसी ठिठोली और छोटा राज्‍य बनाने की तमन्‍ना को लेकर मप्र को अपने लंबे सफर के बाद वर्ष 2000 में विभाजन की पीड़ा से गुजरना पड़ा। यह राज्‍य 01 नवंबर 1956 को पांच घटकों विंध्‍य, भोपाल रियासत, महाकौशल, बुंदेलखंड तथा मालवा को लेकर बना था, लेकिन वर्ष 2000 में राज्‍य के दो टुकड़े हो गये। इसकी पीड़ा आज भी मप्र और छत्‍तीसगढ़ के वांशिंदे दिल से महसूस करते हैं। अपने-अपने दर्द हैं और अपनी-अपनी पीड़ाएं हैं पर वे बयां नहीं होती है। वर्ष 2000 से 2010 तक छत्‍तीसगढ़ के वांशिंदे भी आपसी चर्चा में कहते रहे है कि उन्‍हें विभाजन रास नहीं आ रहा है, लेकिन धीरे-धीरे छग विकास के नये  पायदान पर चढ़ता ही गया और फिर पलटकर नहीं देखा। जब विभाजन हुआ था तब छग ने यह वादा किया था कि वह छोटे भाई की भूमिका अदा करेंगे, लेकिन 12 साल के सफर में छग ने अपने बड़े भाई यानि मप्र को हमेशा मदद करना तो दूर बल्कि समय-समय पर आंखे दिखाने में कोशिश की है, जिससे मप्र और छग के बीच दूरियां भी बढ़ी हैं। नेताओं के बीच टकरार भी हुई है। मप्र ने 2003 से 2008 के बीच भारी बिजली संकट का सामना किया है, लेकिन छग ने कभी भी अपने बड़े भाई को मदद नहीं की जिसके चलते मन मुटाव राज्‍यों के बीच हुए। दुखद पहलू यह है कि विभाजन के 12 साल बाद भी अभी तक सम्‍पत्तियों का बंटवारा नहीं हो पाया है। इस दिशा में कोई सार्थक प्रयास नहीं हो रहे हैं दोनों राज्‍यों की सरकार अपने-अपने दावे कर रहे हैं और समस्‍याओं का सामना जनता कर रही है। विभाजन की पीड़ा का अहसास आज भी दोनों राज्‍यों को पर उनकी पीड़ा होंठो पर बयां नहीं हो पा रही है। 
                           जय हो मप्र की 

1 टिप्पणी:

  1. kam se kam aap 6attis ghar aa--ja saktey hain,,,without any passport aur visa,,,JAB HINDUSTAN SE EK BADA HISSA''PAKISTAN'' KE NAAM SE KAAT DIYA GAYA,,,WAHAAN SE AYE SINDHI & PUNJABI LOGON KO KITNA DUKH HUA HOGA,,YEH AAP-LOG AB SAMAJHIYE,,,QUN KI WAHAAN SE AYE LOGON KO HAMESHA NAFRAT SE DEKHA GAYA HAI,,''REFUGEE'' KAH KE JALEY PE NAMAK 6IDAKTEY RAHEY HAIN SAB LOG,, AUR WAHAAN SE AYE LOGON KO LAGA THHA KI KABHI TOH WEH VAPEES JA PAYENGAY!!!! MAGAR WOH KATTA HUA HISSA AAJ BHI NASUUR (CANCER) KI TARAH HUMEIN TAQLEEF PAHUNCHA RAHEY HAIN,,''TERRORIST'' KE RUUP MEIN,,,!!!

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