गुरुवार, 14 फ़रवरी 2013

रेत माफिया को नहीं रहा किसी का भय

         ऐसा लगता है कि मध्‍यप्रदेश में रेत माफिया बेकाबू हो गया है और उसे किसी का डर नहीं है। यहां तक कि फील्‍ड में रहने वाले अफसरों पर खुलेआम हमले होने लगे हैं, तब फिर कौन रेत माफिया पर हाथ डाल पायेगा। यह बहुत गंभीर सवाल है जिस पर सरकारी मशीनरी को न सिर्फ गंभीरता से विचार करने की जरूरत है, बल्कि इस बात पर भी विचार किया जाये कि आखिरकार रेत माफिया एक तरफ तो अवैध ढंग से उत्‍खनन करके प्रदेश की प्राकृतिक संपदा का तो दोहन कर ही रहा है साथ ही साथ राज्‍य की रेवन्‍यु के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि मप्र में पहली बार नौकरशाही पर हमले हुए हैं। इससे पहले भी समय-समय पर हमले होते रहे हैं। वर्ष 2012 में अवैध पत्‍थर माफिया ने एक आईपीएस अफसर नरेंद्र कुमार की जान ले ली थी। यह मामला सीबीआई के हवाले हैं। अब छतरपुर जिले में रेत माफिया ने डिप्‍टी कलेक्‍टर सपना खेमरिया को मारने का प्रयास किया है। यह घटना 13 फरवरी की है। छतरपुर जिले में गुलगंज, मजगुवां, पीरा, बकस्‍वाहा, राजपुरा, मऊखेरा, गोपालपुरा, विक्रमपुरा, देवरान आदि इलाकों में रेत माफिया दिनों दिन बलवान हो चुका है। जहां पर सांठगांठ से रेत का अवैध उत्‍खनन किया जा रहा है। जब 13 फरवरी, 2013 को छतरपुर में पदस्‍थ डिप्‍टी कलेक्‍टर और प्रभारी खनिज अधिकारी सपना खेमरिया ने रेत का अवैध परिवहन कर रहे दो ट्रेक्‍टरों को रोकने की कोशिश की तो ड्राईवर राजा भैया ने उन पर ट्रेक्‍टर चढ़ाने का प्रयास किया। अगर सुश्री खेमरिया जल्‍द वहां से नहीं हटती, तो ट्रेक्‍टर उन पर चढ़ा दिया जाता। इसके बाद रेत ठेकेदार केपी सिंह, ट्रेक्‍टर मालिक अनरूद्व सिंह, आशवेंद्र सिंह, मान‍ सिंह स्‍कार्पियों से आये और डिप्‍टी कलेक्‍टर को घेर लिया। उनके इरादे नक नहीं थे जिस पर उन्‍हें भागना पड़ा। इस घटना से साफ जाहिर हो गया है कि रेत माफिया अब किसी को भी अपने कामकाज में हस्‍तक्षेप करना पसंद नहीं कर रहा है। वह हर हाल में अवैध रेत का उत्‍खनन करना चाह रहा है। जिसके फलस्‍वरूप जो भी उसके राह में बाधा बनेगा उसे रास्‍ते से हटाने की कोशिश माफिया कर रहा है। इससे पहले भी अलग-अलग क्षेत्रों में रेत माफिया ने हमला करने की कोशिश की है पर सरकार हर बार कार्यवाही करने का आश्‍वासन तो देती है, लेकिन कार्यवाही नहीं हो रही है जिसका लाभ माफिया उठा रहा है। 
भोजशाला के भीतर पुलिस अफसर : हर हाल में रक्षा करना है
इंदौर के आईजी अनुराधा शंकर और आयुक्‍त प्रभात पाराशर 
मुख्‍यमंत्री के सामने आत्‍महत्‍या करने के लिए बेताब महिला
जैसे-तैसे पुलिस भैंसदेही में पुलिस ने 13 फरवरी को महिला को आत्‍महत्‍या करने से रोका
                                    ''मप्र की जय हो''

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

EXCILENT BLOG