मध्यप्रदेश में लगातार महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है, जो कि न सिर्फ दुखद है, बल्कि अफसोसजनक भी है। राज्य सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए त्वरित न्याय कर सजा देने के निर्देश हैं, इसके बाद भी बलात्कार और गैंगरेप की घटनाएं लगातार हो रही हैं। यहां तक कि ऐसी घटनाएं भी हो रही है, जो शर्मनाक हैं। विदेशी महिला के साथ रिसोर्ट में बलात्कार हो जाता है, तो मासूम बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी जाती है। मुरैना में गैंगरेप की घटना सामने आई है। ये घटनाओं दिल और दिमाग दहलाने वाली हैं। दिल्ली गैंगरेप की घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं से संबंधित मामलों पर तत्काल आरोपियों को पकड़कर सजा देने के प्रावधान तय किये हैं, लेकिन इसके बाद भी घटनाएं थम नहीं रही हैं। किसी न किसी शहर में ऐसी वारदाते हो रही हैं, जो कि नहीं होनी चाहिए। पुलिस ऐसी वारदातों को रोकने के लिए ऐसे कोई कदम भी अभी तक नहीं उठाये हैं जिससे साबित हो कि प्रदेश की महिलाएं न सिर्फ सुरक्षित है, बल्कि उनके साथ कोई दुखद घटना न हो। यह भी एक विचारणीय पहलू है कि पुलिस घर-घर तो सुरक्षा दे नहीं सकती है। अगर महिला के साथ कही वारदात होती है, तो फिर अगर कार्यवाही नहीं की जाये, तो फिर पुलिस को दोषी ठहराया जाये। प्रदेश में नये साल में महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं हुई हैं, जो कि शर्मनाक है। यह प्रस्तुत हैं चुनिंदा घटनाएं :-
- पिशाच बना पिता का दोष : खंडवा जिला मुख्यालय से 12 किमी दूर सुरगांव जोशी में एक 9 वर्षीय आदिवासी मासूम बच्ची के साथ पहले रेप किया गया फिर आरोपी ने उसकी आंख फोड़कर हत्या कर दी। आरोपी मृतक बच्ची के पिता का दोस्त है। दोनों साथ-साथ मजदूरी करते थे।
- किशोरी के साथ गैंगरेप : मुरैना जिले के मातावसैया थाने के अंतर्गत 14 वर्षीय किशोरी के साथ गैंगरेप का मामला उजागर हुआ है। इस नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर सूने स्थान पर ले जाकर उसके साथ तीन युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया। बलात्कार का विरोध करने पर आरोपियों ने किशोरी के साथ मारपीट भी की जिसके कारण वह बुरी तरह से जख्मी भी हो गई है। दो आरोपी गिरफ्तार हो गये हैं।
- विदेशी महिला से दुष्कर्म का मामला सुर्खियों में : भाजपा विधायक नागेंद्र सिंह के बेटे दुष्यंत सिंह ऊर्फ बब्बी के रिसोर्ट में उत्तर कोरियाई छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला गंभीर हो गया है। इस मामले में पुलिस ने पहले तो मामला ही दर्ज नहीं किया। दो दिन बाद युवती ने 14 जनवरी को महाराष्ट्र की औरंगाबाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था। दुखद पहलू यह है कि उमरिया पुलिस ने छात्रा का मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया था। इस पूरे मामले में होटल का मैनेजर दोषी पाया गया है साथ ही होटल का रिकार्ड भी गायब कर दिया गया। होटल मैनेजर दीपक विश्वकर्मा को मंडला से हिरासत में ले लिया गया है। अब पुलिस विदेशी युवती को लेकर फिर से मप्र उमरिया आ गई है। इस मामले की तफतीस की जा रही है।
- सरकारी अस्पताल में दुष्कर्म : 01 फरवरी, 2013 को ग्वालियर के गजराजा मेडीकल कॉलेज के जयारोग्य अस्पताल के स्टोरकीपर जगदीश कढेरे ने दवा के बहाने स्टोर में ही महिला के साथ दुष्कर्म किया। यह महिला दवा लेने गई थी, लेकिन स्टोरकीपर ने उसे दवा के बहाने अपनी हवश का शिकार बना लिया। बाद में महिला की शिकायत पर स्टोरकीपर को गिरफ्तार कर लिया गया। जब महिला के साथ बलात्कार हो रहा था तब अस्पताल में चिकित्सा शिक्षा मंत्री अनूप मिश्रा नि:शुल्क दवा वितरण के कार्यक्रम का उदघाटन कर रहे थे।
इन घटनाओं से साफ जाहिर है कि मप्र में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। अफसोसजनक स्थिति यह है कि जनवरी के अंतिम और फरवरी के प्रथम सप्ताह की हैं। इन घटनाओं के बाद भी महिला नेत्रियों का खून क्यों नहीं खोलता है यह समझ से परे है। किसी भी स्तर पर कोई भी विरोध नहीं हो रहा है और न ही आक्रोश जाहिर किया जा रहा है। मीडिया में जरूर खबरे तूल पकड़ रही है।
''मप्र की जय हो''
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