सोमवार, 19 अगस्त 2013

भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस भी विजन डाक्‍यूमेंट लायेगी

            ऐसा लगता है कि कांग्रेस को सिर्फ भाजपा की नकल करने में मजा आता है। वह अपना खुद का नया अंदाज पेश करने में अभी भी कामयाब नहीं है। बार-बार जो भाजपा करती है, वही कांग्रेस भी करने का उपक्रम करने लगती है। मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक महीने पहले एलान कर चुके हैं कि चुनाव के दौरान भाजपा विजन डाक्‍यूमेंट लायेगी। इसकी तैयारी भी भाजपा ने कर दी है। अब भाजपा की राह पर चलकर कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी मोहनप्रकाश ने भी 18 अगस्‍त को भोपाल में एलान किया है कि घोषणा पत्र जारी करने के पूर्व कांग्रेस भी एक वि‍जन डाक्‍यूमेंट की तैयारी करेगी जिसमें कांग्रेस की उच्‍च प्राथमिकता वाली घोषणाएं शामिल रहेगी। इन घोषणाओं का उल्‍लेख कांग्रेस के बड़े नेता कांग्रेस के महासम्‍मेलनों में कर रहे हैं। मोहन प्रकाश का मानना है कि विजन डॉक्‍यूमेंट में किसानों के 51 हजार रूपये तक के पुराने कृषि ऋण, बिजली बिलों की मांफी, बिजली में झूठे मुकदमों की वापसी, शिक्षा कर्मियों को समान कार्य-समान वेतन की नीति, शासकीय कर्मचारियों को केंद्र के समान महंगाई भत्‍ते सहित आदि विषय शामिल रहेंगे। मोहनप्रकाश यह बताने में कामयाब नहीं हुए कि आखिरकार प्रदेश को वह कैसा आकार देंगे तथा भविष्‍य में प्रदेश विकास की किन ऊंचाईयों को छुयेगा। निश्चित रूप से विजन डॉक्‍यूमेंट एक अच्‍छा संकेत हैं कि कांग्रेस भी अपना भविष्‍य का प्‍लान जनता के सामने प्रस्‍तुत कर रही है, लेकिन यह भाजपा की नकल है। भाजपा पिछले दो चुनावों से लगातार अपना विजन डॉक्‍यूमेंट पेश करती रही है, फिर भले ही विजन डॉक्‍यूमेंट के आधार पर नीतियां न बनती हों, लेकिन जनता को लुभाने के लिए एक उपक्रम तो है ही। 
भाजपा तैयार करा रही है विजन डॉक्‍यूमेंट :  
           मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि वह चुनाव घोषणा पत्र तो जारी करेंगे ही इसके साथ ही विजन डॉक्‍यूमेंट में भी जारी किया जायेगा। इस विजन डॉक्‍यूमेंट की व्‍यापक स्‍तर पर तैयारी चल रही है। भाजपा ने 2003 में प्रदेश के विकास का दृष्टिपत्र जारी किया था। ये दृष्टिपत्र गौरव प्रतिष्‍ठान की तरफ से जारी किया गया था। इसके अध्‍यक्ष शचींद्र द्विवेदी थे। इस दृष्टिपत्र में कांग्रेस सरकार के 10 साल की खामियां गिनाई गई थी और आने वाले दस साल में क्‍या चुनौतियां आने वाली हैं इसके भी संकेत दिये गये थे। इस दृष्टिपत्र को लेकर न तो मुख्‍यमंत्री उमा भारती और न मुख्‍यमंत्री बाबूलाल गौर न ही मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता दिखाई, बल्कि दृष्टिपत्र और घोषणा पत्र के आधार पर सरकार की योजनाएं आकार लेती गई। अब मुख्‍यमंत्री की मंशा के अनुरूप विजन डॉक्‍यूमेंट तैयार हो रहा है जिसमें 2018 तक की कार्ययोजना को रेखांकित किया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

EXCILENT BLOG