श्रीनगर में आंतकी हमले में शहीद मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के शाहपुर गांव के वीर सपूत ओमप्रकाश की शहादत को बार-बार सलाम। ओमप्रकाश की शहादत हमेशा-हमेशा याद रहेगी। आंतकियों ने भले ही अपना घिनौना रूप दिखा दिया हो, लेकिन प्रदेश के नौजवान ने भी पूरी ताकत से उन ताकतों को मुंह तोड़ जवाब दिया। जिसमें वह शहीद हो गया। इस वीर सपूत को हमेशा-हमेशा मध्यप्रदेश की जनता याद रखेगी। इस वीर सपूत को अंतिम सलाम 15 मार्च, 2013 को प्रदेश की जनता ने दिया। इसके साथ ही गांव में नम आंखों के साथ अंत्योष्ठि की गई। वीर पिता ओम प्रकाश को उसके मासूम बेटे राज ने अंतिम सलामी दी। इस मौके पर मौजूद हर व्यक्ति की आंखे नम हो गई। वीर सपूत की झलक पाने के लिए न सिर्फ आसपास के गांवों के लोग मौजूद थे, बल्कि अन्य जिलों से भी लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा था। शहीद ओमप्रकाश के पार्थिव शरीर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने भी पुष्पांजलि दी। शहीद को तिरंगे में रखकर विदा किया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने शहीद की अर्थी को कंधा दिया इस मौके पर हर व्यक्ति की आंखे नम थी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एलान किया कि राज्य सरकार परिजनों को 15 लाख रूपये के साथ ही परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी देगी।
''मप्र की जय हो''
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