"MPRAAG"RAJESH DUBEY JOURNALIST
''यह ब्लॉग मध्य प्रदेश की पहचान के लिए समर्पित है'' ......
बुधवार, 20 फ़रवरी 2013
जनता के हीरो ने जलती आग में पैरो में फसाकर बच्चे को निकला
फिल्मों में तो हीरो कही भी छलांग लगाकर किसी भी मुसीबत से अपनी हीरोइन को बचा लेता है, लेकिन वास्तविक दुनिया में भी जनता के हीरो हमारे आसपास हैं, जो ऐसा करिश्मा कर देते हैं, जो बाकई में रियल हीरो हैं। ऐसा ही एक हादसा भोपाल में 19 फरवरी की रात्रि में हुआ, जब 10 नंबर स्टॉप स्थित हरे कृष्णा काम्पेल्स के डिपार्टमेंट के अंदर आग लग गई थी जिसमें 20 दुकाने आग की लपटों से घिरी हुई थी, 40 दमकले आग पर काबू पाने में अपने आपको सक्षम नहीं पा रही थी, इसी बीच एक मां कुसुमलता की गुहार जोर-जोर से गूंज रही थी कि मेरा बेटा विवेक दूसरी मंजिल पर फंस गया है, उसे कोई बचा ले। ऐसी स्थिति में जनता का हीरो अब्दुल हनीफ ने अपनी जान पर खेलकर निर्माण कार्य में लगे बांस के सहारे ऊपर चढ़ गया और उसने एक खिड्की पर लगे कांच को तोड्कर अंदर घुसा तभी कमरे में विवेक दुबका पड़ा हुआ था। हनीफ ने बच्चे को पैरो में फंसाया और उसे रास्ते से उतारने लगा, लेकिन तभी जमीन से करीब 20 फुट दूरी पर बच्चा पैरो से छूट गया, लेकिन संयोग देखिए, जो व्यक्ति बच्चे को उतार रहा था, उस पर पुलिस की नजर थी और वहां मौजूद सीएसपी हबीबगंज राजेश सिंह भदौरिया ने जैसे ही बच्चा गिरा, तो उसे अपने हाथो से लपक लिया और अंतत: मां को अपना बेटा मिल गया। बेटा अब सकुशल है। रियल हीरो अब्दुल हनीफ खान की इस बहादुरी पर भोपाल की पुलिस ने उसे सम्मानित करने का निर्णय किया है। भोपाल रेंज के डीआईजी डॉ0डी श्रीनिवासन वर्मा ने इस कार्य के लिए उसे सम्मानित करने का निर्णय लिया है। यह हनीफ खान इंदिरा नगर निवासी है। उसने जिस मां के लाल को बचाया है वह उसे जानता तक नहीं है, लेकिन फर्ज अदा करने का जज्वां हम सबके लिए वह वाकई रियल हीरो है और उसे बार-बार सलाम। इसमें सीएसपी राजेश भदौरिया भी बधाई के पात्र है जिन्होंने गिरते बच्चे को हाथों में थाम लिया। फिर भले ही उनके हाथ की हडडी क्यों न टूट गई है, पर उन्हें इसका कोई अफसोस नहीं है। इस रियल हीरो ने जो करिश्मा कर दिखाया वह अदभुत है।
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