अगर आप के परिवार में शादी-विवाह होना है, तो इस साल सिर्फ 89 दिन ही विवाह हो पायेंगे। ज्योतिषों का कहना है कि मप्र में इस साल विवाह के लिए कई दिन हैं। मार्च और उसके बाद अगस्त से अक्टूबर तक विवाह नहीं होंगे। जून महीने में सबसे कम 4 दिनों के विवाह मुर्हूत हैं। इस दौरान ही खुशियों का मौसम शुरू होगा, तो कहीं पर नई दुल्हन आयेगी, तो कहीं से लड़की की विदाई होगी। यह सिलसिला अनवरत चलना है। आजकल मप्र में भी विवाह एक व्यवसाय बनता जा रहा है। इसके लिए अलग-अलग स्टोल खुल गये हैं। अब तो महानगरों में ऐसी एजेंसियां भी काम कर रही है, जो कि विभाग की सारी तैयारियां करके दे दी हैं, बस दूल्हा-दुल्हन को तैयार होकर मंडल में पहुंचना है। यहां तक कि पंडि़त की व्यवस्था भी एजेंसियां करने लगी हैं। इसमें साज-सज्जा एवं खान-पान की व्यवस्था भी है। इससे साफ जाहिर है कि विवाह भी एक व्यवसाय बनता जा रहा है। इसमें ज्योतिषों की भी पौ-बारा है। अगर बात शुभ मुर्हूत की हैं,

''मध्यप्रदेश की जय हो''
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